सोमवार, जुलाई 11, 2011
ऐसा था न्यूज ऑफ द वर्ल्ड का आखिरी संस्करण
ऐसा था न्यूज ऑफ द वर्ल्ड का आखिरी संस्करण
ये खबर तो सभी ने दी कि बंद हो गया १६८ साल पुराना अख़बार। हम आपको दिखाते हैं इसका आखिरी संस्करण। क्या छपा था।
न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के बंद होने की खबर से लंदन का एक बड़ा पाठक वर्ग नाराज है। रूपर्ट मडरोक के स्वामित्व वाले इस अखबार पर एक लड़की की मौत का कारण बनने का इल्जाम है। रविवार को अखबार का आखिरी अंक निकला। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के निकट सहयोगी व न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पूर्व संपादक एंडी कॉलसन को लंदन पुलिस ने भ्रष्टाचार और फोन हैकिंग के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया है। शुक्रवार याने ८ जुलाई ११ को ही प्रधानमंत्री कैमरन ने न्यूज ऑफ द वर्ल्ड फोन हैकिंग विवाद की न्यायिक जांच करवाने का वादा किया था। लंदन के अखबार द डेली टेलिग्राफ ने दावा किया था कि मृत सैनिकों के परिजनों के फ़ोन नंबर न्यूज ऑफ द वर्ल्ड अखबार के निजी जासूस ग्लेन मलकेयर की फाइल में पाए गए थे। इससे पहले भी न्यूज ऑफ द वर्ल्ड पर एक मृत लड़की समेत कई लोगों के फोन हैक करने के आरोप लगे थे। गुरूवार को न्यूज ऑफ द वर्ल्ड को चलाने वाली कंपनी न्यूज इंटरनेशनल ने १६८ साल पुराने अखबार को बंद करने का फैसला किया था।