रविवार, दिसंबर 06, 2009

सिंगल कलर में बेहतरीन पेज

कई दोस्‍त मिलते हैं कहते हैं यार सिंगल कलर में पेज अच्‍छा नहीं लगता। जब कलर का इस्‍तेमाल करना ही तो क्‍यों न खुलकर करें। ये बात सही है कि क्‍यों न खुलकर कलर कर इस्‍तेमाल किया जाए। लेकिन कलर का इस्‍तेमाल अख़बारों में ज्‍यादा करने से वो मैग्‍जीन जैसा लगने लगता है। कोशिश करें कि सिंगल या डबल कलर का इस्‍तेमाल करें। ब्‍लैक का अलग अलग शेड लेकर अख़बार बनाएंगे तो और भी बेहतरीन अख़बार बन सकता है। ब्‍लैक और रेड का कॉम्बिनेश बहुत उम्‍दा है। ब्‍लैक का इस्‍तेमाल करने के कई फायदें हैं। अगर अल्‍टर करना है तो सिर्फ एक कलर की प्‍लेट अल्‍टर करना पड़ेगी। ब्‍लैक जल्‍दी अल्‍टर भी होता है। अगर रंगों का इस्‍तेमाल कर अख़बार बनाओगे तो चारों प्‍लेट बदलना पड़ेगी। अख़बार लेट हो सकता है। ब्‍लैक में कोई भी ख़बर बदली जा सकती है, अगर करेक्‍शन भी है तो दूर हो जाएगा। फिर भी मेरा सुझाव है कि मित्रगण ऐसे कलर इस्‍तेमाल करें तो जो शेड का कॉम्बिनेशन हो ताकि जरूरत पड़ने पर आसानी से अल्‍टर किया जा सके। कुछ सिंगल कलर पेज मिले हैं तो सुधि मित्रों के काम आएंगे।