गुरुवार, सितंबर 10, 2009

वाल स्‍ट्रीट जरनल और न्‍यू यार्क टाइम्‍स सेन फ्रॉन्सिस्‍को में

कुछ दिनों पहले एक रिपोर्ट आई थी कि अमेरिका में ई संस्‍करणों के शुरू होने के कारण अख़बारों की प्रिंटिंग बंद होने वाली है। रिपोर्ट में ये भी था कुछ पांच छह साल में अमेरिका में अख़बार छपना ही बंद हो जाएगा। लेकिन दोस्‍तों आपको बता दूं कि अमेरिका के दो बड़े अख़बार वाल स्‍ट्रीट जरनल और न्‍यू यार्क टाइम्‍स सेन फ्रॉन्सिस्‍को संस्‍करण शुरू करने जा रहा है। इस शहर का नाम आपने शाहरुख के वो गाने दिल में मेरे है दर्दे डिस्‍को में सुना होगा। ये दोनों अख़बार नवंबर-दिसंबर में शुरू होंगे। द वाल स्‍ट्रीट जरनल न्‍यूयॉर्क शहर से कल्‍चर पर फोकस करता हुआ एक सेक्‍शन शुरू करने जा रहा है। तो फिर क्‍या ये रिपोर्ट्स झूठी नहीं हैं जिनमें कहा गया है प्रिंट मीडिया अमेरिका से खत्‍म हो जाएगा। अगर ये रिपोर्ट्स सच्‍ची हैं तो फिर क्‍यों ये दो बड़े अख़बार अमेरिका के दूसरे सबसे बड़े शहर में अख़बार लांच कर रहे हैं। सही बात तो ये है कि प्रिंट मीडिया एक वृहद संस्‍कृति है जिसे इंटरनेट खत्‍म नहीं कर सकता। हां ये जरूर है कि इंटरनेट का प्रचलन बढ़ गया हो। ये बात ठीक वैसे ही जैसे पित्‍जा आने से कोई दाल चावल खाना थोड़े ही छोड़ देगा।