दो दिन पहले इंदौर में मुशायरा हुआ। मुशायरा क्या हुआ सभी अखबारों ने अपने उर्दू के जानकार सुरमाओं को इसकी कवरेज पर लगा दिया। देर से शुरू हुए इस मुशायरे को पहले दिन आधा पेज तो कुछ ने फोटो देकर इस सूचना के साथ प्रकाशित किया कि फुल कवरेज अगले दिन।
इंदौर के अखबारों में मुशायरे को कितनी गंभीरता से लिया और उसका प्रकाशन किया यह आप देखकर ही अंदाजा लगा सकते हैं। एक नई बात और थी कि अखबारों ने सिर्फ शे'र ही नहीं छापे बल्कि मुशायरे की समीक्षा भी की। यह अपने आप में मुशायरे की रिपोटर्िेंग का अच्छा उदाहरण है।
इंदौर के अखबारों में मुशायरे को कितनी गंभीरता से लिया और उसका प्रकाशन किया यह आप देखकर ही अंदाजा लगा सकते हैं। एक नई बात और थी कि अखबारों ने सिर्फ शे'र ही नहीं छापे बल्कि मुशायरे की समीक्षा भी की। यह अपने आप में मुशायरे की रिपोटर्िेंग का अच्छा उदाहरण है।