शनिवार, मार्च 20, 2010

फिर पुरानी ख़बरें नए लेआउट और नए नाम के साथ

आज ही टाइम्‍स का क्रिस्‍ट संस्‍करण आया है। कई स्‍टोरिज आईटी पर हैं लेकिन काफी पुरानी हैं। कहने तो टाइम्‍स का ये संस्‍करण खास है लेकिन इसमें खास कुछ नहीं। एक कई साल पुरानी ख़बर भी है चैंटिंग युवाओं के दांपत्‍य जीवन खटास आ रही है। ये कोई नई ख़बर नहीं है ये बरसों पुरानी है। हालांकि रोज कोई न कोई न पुरानी ख़बर नए मसाले के साथ बिकती है। ये पकड़ में आ गई तो लो देख लो जी हमने भी तीन साल साल पहले ये ख़बर करवाई थी।
:- एक ख़बर फोटोशॉप पर भी है, फोटोशॉप साफ्टवेयर ने दुनिया बदल कर रखदी है गोरे को काला और काले को गोरा बना दिया जाता है। अरे भई इसमें क्‍या नया है वो भी अंगरेजी रीडर के लिए हिंदी का रीडर वो भी अपना पान वाला गल्‍ली मोहल्‍ले वाला हो तो बात समझ में आती है। लेकिन आजकल तो मोहल्‍ले के कम पढ़े लिखे लोग भी जानते  हैं कि कंप्‍यूटर से झूठी तस्‍वीर बनाई जा सकती है। फिर क्‍यों इतनी महत्‍वपूर्ण स्‍पेस खराब कर दी है। यार पूरे छह रुपये देते हैं नई ख़बर तो दो।