रविवार, अगस्त 02, 2009

‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्‍ड’ के भरोसे हिंदुस्‍तान टाइम्‍स

अगर आज ऑस्‍ट्रेलिया के अख़बार ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्‍ड’ की एक्‍सक्लूसिव ख़ब होती तो आज के हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की संडे स्‍पेशल लीड ख़बर भी न होती। क्‍योंकि हिंदुस्‍तान टाइम्‍स ने पूरी ख़बर वहीं से टीपी है, वो भी अपने दो रिपोटर्स की बायलाइन के साथ। यार ये कौन सी पत्रकारिता है, ये तो सुना था कि विदेशी अख़बार का आइडिया लो और उसका देसीकरण कर दो लेकिन हिंदुस्‍तान टाइम्‍स ने तो पूरी की पूरी ख़बर ही ले ली और लिख दिया संडे स्‍पेशल वो भी अपने रिपोटर्स की बायलाइन के साथ। हमारा प्रिंट मीडिया भी इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया की तरह हो गया है क्‍या। इस ख़बर की खास बात है कि जिस देश के खिलाफ ख़बर लिखी गई है वो हिंदुस्‍तान टाइम्‍स पर मुकदमा न कर दे इसलिए ख़बर में ये हवाला भी दे दिया गया है कि ये ख़बर ऑस्‍ट्रेलिया के सिडनी मॉर्निंग हेराल्‍ड में छपी है । तो ये एचटी वाले पाठक को इतना मुर्ख समझते हैं कि वो ये भी न समझेंगे कि हेराल्‍ड में छपी है तो चोरी की ही होगी, इसमें स्‍पेशल जैसी क्‍या बात है। ख़बर है वैसे ही छाप दो ख़बर बस।