अब जरा गौर फरमाइए देश के सबसे प्रतिष्ठित ख़बरिया चैनल एनडीटीवी के न्यूज़ सेंस पर। उनके लिए ब्रेकिंग न्यूज़ का मतलब क्या है। वैसे हम अख़बार की बात करते हैं, लेकिन कभी-कभी टीवी भी देख लेते हैं। आज सुबह एनडीटीवी हिंदी पर दिल्ली में जलभराव की ख़बर आ रही थी। सबसे पहले ब्रेकिंग आई ‘बहुत जरूरी न हो घर से न निकलें’ समझ नहीं आया ये ब्रेकिंग न्यूज़ है, हिदायत है या सलाह। फिर ब्रेकिंग आई ‘ बाहर जाने से बचें-दिल्ली ट्रैफिक पुलिस’। तीसरी ब्रेकिंग थी एमसीडी को पानी हटाने का आदेश’ अरे भई एमसीडी पानी नहीं हटाएगी तो क्या फाइनेंस मिनिस्टरी हटाएगी। चौथी ब्रेकिंग न्यूज़ ‘ज्यादातर अंडरपास में पानी भरा’ इसमें नई बात क्या है, निचली जगह पर ही तो पानी भरेगा। क्या कभी किसी ऊंची जगह पर पानी ठहरते देखा है। लोग उदाहरण देते हैं एनडीटीवी में सबसे गंभीर पत्रकारिता होती है, सो आज टीवी चालू किया तो वो भी देख लिया। टीवी चैनलों ने ब्रेकिंग की हालत क्या कर दी है। ये चार तस्वीरें देखकर अंदाजा लगा सकते हैं।
मंगलवार, जुलाई 28, 2009
एनडीटीवी की ब्रेकिंग : ‘बहुत जरूरी न हो घर से न निकलें’
अब जरा गौर फरमाइए देश के सबसे प्रतिष्ठित ख़बरिया चैनल एनडीटीवी के न्यूज़ सेंस पर। उनके लिए ब्रेकिंग न्यूज़ का मतलब क्या है। वैसे हम अख़बार की बात करते हैं, लेकिन कभी-कभी टीवी भी देख लेते हैं। आज सुबह एनडीटीवी हिंदी पर दिल्ली में जलभराव की ख़बर आ रही थी। सबसे पहले ब्रेकिंग आई ‘बहुत जरूरी न हो घर से न निकलें’ समझ नहीं आया ये ब्रेकिंग न्यूज़ है, हिदायत है या सलाह। फिर ब्रेकिंग आई ‘ बाहर जाने से बचें-दिल्ली ट्रैफिक पुलिस’। तीसरी ब्रेकिंग थी एमसीडी को पानी हटाने का आदेश’ अरे भई एमसीडी पानी नहीं हटाएगी तो क्या फाइनेंस मिनिस्टरी हटाएगी। चौथी ब्रेकिंग न्यूज़ ‘ज्यादातर अंडरपास में पानी भरा’ इसमें नई बात क्या है, निचली जगह पर ही तो पानी भरेगा। क्या कभी किसी ऊंची जगह पर पानी ठहरते देखा है। लोग उदाहरण देते हैं एनडीटीवी में सबसे गंभीर पत्रकारिता होती है, सो आज टीवी चालू किया तो वो भी देख लिया। टीवी चैनलों ने ब्रेकिंग की हालत क्या कर दी है। ये चार तस्वीरें देखकर अंदाजा लगा सकते हैं।